
12वीं के बाद साइंस स्ट्रीम के छात्रों के सामने सबसे बड़ा सवाल यही होता है – अब आगे क्या? इस स्टेज पर लिया गया फैसला न केवल करियर बल्कि पूरी ज़िंदगी की दिशा तय करता है। हालांकि कुछ कोर्सेज ऐसे हैं जो दिखने में आकर्षक लगते हैं, लेकिन वास्तव में उनमें करियर संभावनाएं कम होती हैं या वे छात्रों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण साबित होते हैं। ऐसे में छात्रों को जागरूक रहकर, रुचि और स्किल्स को ध्यान में रखकर कोर्स चुनना ज़रूरी है।
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B.Arch कोर्स
बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B.Arch) एक 5 वर्षीय कोर्स है जो आर्किटेक्चरल डिज़ाइन, स्ट्रक्चर, और बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन पर फोकस करता है। यह कोर्स उनके लिए है जो डिज़ाइनिंग, विजुअलाइज़ेशन और आर्टिस्टिक सोच में माहिर हैं। यदि आपकी ड्राइंग या रचनात्मक सोच मजबूत नहीं है, तो यह कोर्स काफी कठिन हो सकता है और इसमें ग्रोथ भी सीमित हो सकती है।
Biotech में B.Tech
B.Tech इन बायोटेक्नोलॉजी एक इंटरेस्टिंग फील्ड है जो जीवविज्ञान और टेक्नोलॉजी का संगम है। लेकिन इसमें करियर की संभावना रिसर्च आधारित होती है, जो सभी के लिए नहीं होती। यदि आपकी रुचि इंडस्ट्रियल जॉब्स या प्रैक्टिकल एक्सपोज़र में ज़्यादा है और रिसर्च में नहीं, तो यह कोर्स आपके लिए उतना कारगर साबित नहीं हो सकता।
Forensic Science में B.Sc
बैचलर ऑफ साइंस इन फॉरेंसिक साइंस आजकल युवाओं को आकर्षित करता है क्योंकि यह क्षेत्र टीवी शोज और फिल्मों में काफी ग्लैमराइज होता है। लेकिन असल ज़िंदगी में इस क्षेत्र में नौकरी के मौके बहुत सीमित हैं और प्रतियोगिता भी ज्यादा है। अगर आपकी रुचि गहराई से इस विषय में नहीं है, तो यह कोर्स बाद में भारी पड़ सकता है।
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Nanotechnology में B.Sc
नैनोटेक्नोलॉजी एक एडवांस्ड और फ्यूचरिस्टिक फील्ड है, लेकिन अभी भारत में इसकी इंडस्ट्रियल मांग सीमित है। यदि आप इस क्षेत्र में विदेश में शिक्षा और करियर बनाना चाहते हैं तो यह एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, लेकिन केवल भारतीय जॉब मार्केट को ध्यान में रखकर इसमें प्रवेश लेना समझदारी नहीं होगी।
Marine Science में B.Sc
बैचलर इन मैरीन साइंस उन छात्रों के लिए है जो समुद्र, जलवायु और मरीन इकोसिस्टम में गहरी रुचि रखते हैं। हालांकि, इसमें काम अक्सर समुद्री इलाकों में होता है और जीवनशैली सामान्य करियर विकल्पों से काफी अलग होती है। यदि आप फील्ड वर्क और समुद्र से जुड़े वातावरण में सहज नहीं हैं, तो यह करियर मुश्किल बन सकता है।
BHMS
बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) को कई छात्र MBBS के विकल्प के रूप में चुनते हैं, लेकिन इसमें सरकारी अवसरों की कमी, धीमा ग्रोथ और सीमित स्वीकार्यता जैसी चुनौतियां हैं। यदि आपका उद्देश्य फास्ट ट्रैक मेडिकल करियर है, तो BHMS आपके लिए धीमा विकल्प हो सकता है।
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सही कोर्स का चुनाव कैसे करें?
कोर्स चुनते समय तीन बातों का खास ध्यान रखें – आपकी रुचि (Interest), आपकी योग्यता (Aptitude), और उस कोर्स में भविष्य के अवसर (Career Scope)। केवल ट्रेंड या समाजिक दबाव के आधार पर कोर्स चुनना लंबे समय में निराशा दे सकता है। करियर काउंसलर से सलाह लें, और विकल्पों को भली-भांति जांचें।