
Bank PO यानी प्रोबेशनरी ऑफिसर की नौकरी सरकारी क्षेत्र में करियर की शुरुआत करने वालों के लिए एक मजबूत और सम्मानजनक विकल्प है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस पद के लिए आवेदन करते हैं क्योंकि इसमें न सिर्फ फाइनेंशियल सिक्योरिटी मिलती है, बल्कि ग्रोथ के अवसर और सामाजिक प्रतिष्ठा भी जुड़ी होती है। यदि आप भी Bank PO बनना चाहते हैं, तो आपको इसकी योग्यता, चयन प्रक्रिया और सैलरी स्ट्रक्चर को सही तरह समझना जरूरी है।
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Bank PO के लिए जरूरी योग्यता क्या है?
Bank PO बनने के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन है। विषय की कोई पाबंदी नहीं होती, इसलिए आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स किसी भी स्ट्रीम से पास आउट छात्र इस परीक्षा के लिए पात्र होते हैं। उम्मीदवार की उम्र आमतौर पर 21 से 30 साल के बीच होनी चाहिए, हालांकि आरक्षित वर्गों को नियमानुसार आयु में छूट मिलती है। कुछ बैंक विशेष योग्यता जैसे पोस्ट ग्रेजुएशन या प्रोफेशनल डिग्री की मांग भी कर सकते हैं।
चयन प्रक्रिया में किन चरणों से गुजरना होता है?
Bank PO बनने के लिए उम्मीदवारों को तीन अहम चरणों से होकर गुजरना पड़ता है। पहला चरण है प्रारंभिक परीक्षा, जिसमें इंग्लिश, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और रीजनिंग से जुड़े प्रश्न होते हैं। यह ऑनलाइन होती है और कुल 100 अंकों की होती है। इसमें सफल होने के बाद उम्मीदवार मुख्य परीक्षा यानी Mains के लिए योग्य होता है, जिसमें जनरल अवेयरनेस, बैंकिंग नॉलेज, कंप्यूटर एप्टीट्यूड और डिस्क्रिप्टिव राइटिंग शामिल होते हैं। इसके बाद आता है इंटरव्यू राउंड, जहां उम्मीदवार की पर्सनालिटी, कम्युनिकेशन स्किल्स और बैंकिंग सेक्टर की समझ को परखा जाता है। कुछ बैंक ग्रुप डिस्कशन या साइकोमेट्रिक टेस्ट भी आयोजित करते हैं।
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Bank PO की सैलरी और भत्तों की जानकारी
Bank PO पद पर नियुक्ति मिलने के बाद सबसे बड़ा आकर्षण सैलरी पैकेज होता है। उदाहरण के लिए, SBI PO की शुरुआती बेसिक सैलरी ₹48,480 होती है जो डीए, एचआरए और अन्य भत्तों के साथ मिलकर ₹83,000 तक पहुंच सकती है। वहीं IBPS PO की बेसिक सैलरी भी ₹48,480 होती है, लेकिन इन-हैंड सैलरी ₹69,290 के आस-पास होती है। इसके अलावा, हाउस रेंट अलाउंस, मेडिकल बेनिफिट, ट्रैवल अलाउंस और लीज रेंटल जैसे अतिरिक्त लाभ भी दिए जाते हैं। यह सैलरी और भत्ते पोस्टिंग लोकेशन और बैंक की नीतियों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
Bank PO के लाभ और करियर ग्रोथ के अवसर
Bank PO के रूप में करियर शुरू करने पर केवल फिक्स्ड सैलरी ही नहीं, बल्कि समय-समय पर प्रमोशन के भी अवसर मिलते हैं। नियमित प्रशिक्षण और परफॉर्मेंस के आधार पर एक PO कुछ वर्षों में मैनेजर, सीनियर मैनेजर, चीफ मैनेजर और यहां तक कि जनरल मैनेजर या चेयरमैन जैसे ऊंचे पद तक भी पहुंच सकता है। इसके अलावा, बैंकिंग सेक्टर में काम करने का अनुभव आपको फाइनेंशियल सर्विसेज, सरकारी नीतियों और कस्टमर सर्विस की गहरी समझ देता है, जो भविष्य में अन्य सरकारी सेवाओं या प्राइवेट सेक्टर में भी उपयोगी साबित हो सकता है।
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