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Driving Test में फेल होने पर क्या दोबारा मिलेगा मौका? जानिए अप्लाई करने का नया तरीका

पहली बार ड्राइविंग टेस्ट में फेल होना निराशाजनक ज़रूर है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लाइसेंस का सपना टूट गया। जानिए दोबारा टेस्ट देने का सही तरीका, आवेदन की प्रक्रिया और कैसे बढ़ाएं पास होने के चांस – एक पूरी गाइड, खास आपके लिए!

By Andrea Mathews
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Driving Test में फेल होने पर क्या दोबारा मिलेगा मौका? जानिए अप्लाई करने का नया तरीका

ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने पर दोबारा मौका मिलेगा या नहीं – यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में उठता है जो पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रयास करता है। परिवहन मंत्रालय द्वारा संचालित ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में यह स्पष्ट है कि अगर कोई उम्मीदवार अपने प्रारंभिक ड्राइविंग स्किल टेस्ट में सफल नहीं हो पाता, तो उसे दोबारा प्रयास का अवसर मिलता है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ।

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दोबारा टेस्ट देने की समयसीमा

यदि कोई आवेदक अपने पहले टेस्ट में फेल हो जाता है, तो उसे अगले प्रयास के लिए 7 दिनों का इंतजार करना पड़ता है। यह अंतराल उम्मीदवार को अपने ड्राइविंग कौशल को सुधारने और दोबारा परीक्षण के लिए तैयारी करने का समय देता है। लेकिन अगर कोई लगातार तीन बार फेल होता है, तो चौथे प्रयास के लिए उसे 60 दिनों की अवधि का पालन करना होगा। यह समय सीमा तय करने का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को गंभीर और सुरक्षित बनाए रखना है।

पुनः आवेदन की प्रक्रिया कैसे पूरी करें?

ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने के बाद दोबारा आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को Sarathi Parivahan पोर्टल का उपयोग करना होगा। इसके अंतर्गत पहले ई-फीस का भुगतान करना होता है, फिर दोबारा टेस्ट की तारीख बुक करनी होती है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया सरल है लेकिन इसमें सभी डिटेल्स सही भरना अनिवार्य है, क्योंकि छोटी सी गलती भी आवेदन को अस्वीकृत कर सकती है। इसके बाद दिए गए दिनांक पर निर्धारित RTO में उपस्थित होकर दोबारा ड्राइविंग स्किल टेस्ट देना होता है।

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ज़रूरी दस्तावेज़ और सावधानियां

पुनः टेस्ट के समय उम्मीदवार को मूल लर्निंग लाइसेंस, वाहन से संबंधित सभी वैध दस्तावेज़ – जैसे RC, बीमा, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और टैक्स स्लिप – साथ में ले जाना अनिवार्य होता है। यदि आप कमर्शियल लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो अधिकृत ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल से प्राप्त प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी अनिवार्य होता है। यह भी महत्वपूर्ण है कि टेस्ट के दिन आप समय से पहले RTO पहुंचें, ताकि मानसिक रूप से शांति बनाए रख सकें और पूरी प्रक्रिया को व्यवस्थित रूप से पूरा कर सकें।

टेस्ट पास करने की रणनीति और तैयारी

ड्राइविंग टेस्ट में सफलता पाने के लिए केवल वाहन चलाने का अभ्यास ही नहीं, बल्कि ट्रैफिक नियमों की सही जानकारी और आत्मविश्वास भी जरूरी है। कई बार घबराहट में उम्मीदवार वे गलतियाँ कर बैठते हैं जो सामान्य तौर पर वे नहीं करते। ऐसे में अगली बार प्रयास करने से पहले आवश्यक है कि आप किसी लाइसेंस प्राप्त प्रशिक्षक की मदद लें, अपने व्यवहार में धैर्य लाएं और खास तौर पर RTO द्वारा तय मानकों को ध्यान में रखकर प्रैक्टिस करें।

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Andrea Mathews
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