
RBSE Rechecking को लेकर राजस्थान बोर्ड ने एक ऐतिहासिक और छात्रहित में बड़ा निर्णय लिया है। अब तक छात्रों को केवल री-टोटलिंग (Re-totaling) की सुविधा दी जाती थी, लेकिन अब छात्रों को कॉपी रिचेक (Rechecking) यानी उत्तर पुस्तिका की दोबारा जांच का भी विकल्प मिलेगा। इस फैसले का उद्देश्य मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और छात्रों को न्याय देना है।
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कैसे करें Rechecking और Re-totaling के लिए आवेदन
राजस्थान बोर्ड ने आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है जिससे छात्र किसी भी जगह से यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। आवेदन के लिए छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in या bseronline.in पर जाकर ‘Rechecking Form’ लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। सबसे पहले उन्हें ‘New Registration’ करना होगा, इसके बाद लॉगिन करके उन विषयों का चयन करना होगा जिनकी कॉपी या टोटलिंग दोबारा करानी है।
क्या है आवेदन की फीस और समय सीमा
RBSE ने Rechecking और Re-totaling दोनों के लिए शुल्क ₹300 प्रति विषय निर्धारित किया है। यदि छात्र निर्धारित तिथि के बाद आवेदन करते हैं, तो उन्हें ₹300 अतिरिक्त विलंब शुल्क भी देना होगा। 12वीं कक्षा के छात्र 30 मई 2024 तक बिना विलंब शुल्क के आवेदन कर सकते हैं, जबकि विलंब शुल्क के साथ अंतिम तिथि 6 जून 2024 है। 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए यह क्रमशः 8 जून और 13 जून 2024 निर्धारित है।
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कॉपी रिचेकिंग से क्या मिलेगा लाभ
कॉपी रिचेकिंग (Rechecking) से छात्रों को न केवल नंबर दोबारा गिनने की सुविधा मिलेगी, बल्कि यह भी देखा जाएगा कि किसी उत्तर की जाँच अधूरी तो नहीं रही या किसी प्रश्न को जांचकर्ता ने अनदेखा तो नहीं किया। यह सुविधा उन छात्रों के लिए बेहद लाभदायक होगी जिन्हें लगता है कि उनके अंक उनकी उम्मीदों से कम हैं और कहीं न कहीं जाँच में गलती हुई है।
कैसे मिलेगा फॉर्म भरने में मार्गदर्शन
जिन छात्रों को आवेदन प्रक्रिया में कोई कठिनाई आ रही है, उनके लिए कई शैक्षणिक संस्थानों और YouTube चैनलों ने वीडियो गाइड उपलब्ध कराए हैं। वीडियो के माध्यम से छात्र स्टेप बाय स्टेप पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं और गलती से बच सकते हैं। यह पारदर्शी व्यवस्था छात्रों के लिए विश्वास और संतोष का माध्यम बन रही है।
Rechecking का असर और छात्रों की प्रतिक्रिया
छात्रों में इस फैसले को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा रही है। कई छात्रों और अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर इस पहल की सराहना की है। Rechecking से छात्रों को यह भरोसा मिलता है कि उनका मूल्यांकन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो रहा है। यह न केवल छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है बल्कि बोर्ड की साख को भी मजबूती देता है।
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