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क्या बहू को मिलती है सास-ससुर की प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी? कानून का सच हैरान करेगा

भारत में बहू को संपत्ति में क्या सच में मिलता है हिस्सा? पति के मरने के बाद क्या अधिकार मिलते हैं? वसीयत और घरेलू हिंसा कानून से जुड़ी पूरी जानकारी जो हर महिला को जाननी चाहिए!

By Andrea Mathews
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क्या बहू को मिलती है सास-ससुर की प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी? कानून का सच हैरान करेगा

बहू और ससुराल की प्रॉपर्टी के बीच के संबंध को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं। अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या बहू को अपने सास-ससुर की संपत्ति में हिस्सा मिल सकता है? भारतीय कानून (Indian Law) इस मामले में बेहद स्पष्ट है कि बहू का सास-ससुर की संपत्ति में कोई स्वतः कानूनी अधिकार नहीं होता, चाहे वह प्रॉपर्टी पैतृक (Ancestral Property) हो या स्व-अर्जित (Self-acquired Property)।

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पैतृक संपत्ति-Ancestral Property में बहू का हक

यदि प्रॉपर्टी पैतृक है और पति का उसमें हिस्सा बनता है, तो पत्नी यानी बहू को भी उस हिस्से पर हक मिल सकता है, लेकिन यह हक पति के जरिए आता है, न कि सास-ससुर से सीधे। पति के जीवित रहते हुए बहू को प्रॉपर्टी में कोई अधिकार नहीं होता। लेकिन यदि पति की मृत्यु हो जाती है, तो बहू कानूनी रूप से पति की उत्तराधिकारी बन जाती है और वह उसके हिस्से की संपत्ति पर दावा कर सकती है।

स्व-अर्जित संपत्ति में बहू का कोई अधिकार नहीं

अगर सास-ससुर की संपत्ति स्व-अर्जित है यानी उन्होंने अपने जीवन में खुद कमाई है, तो वे अपनी मर्जी से उसे किसी को भी दे सकते हैं, भले ही वह बहू को न मिले। ऐसे मामलों में बहू का उस संपत्ति में कोई अधिकार नहीं होता, जब तक कि उसे विशेष रूप से वसीयत (Will) में नामित न किया गया हो।

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घरेलू हिंसा अधिनियम और निवास का अधिकार

हालांकि, घरेलू हिंसा अधिनियम-Domestic Violence Act 2005 के तहत, यदि बहू के पति के साथ संबंध बना हुआ है, तो उसे ‘शेयर्ड हाउसहोल्ड’ (Shared Household) में निवास का अधिकार मिल सकता है। इसका मतलब यह है कि वह उस घर में रह सकती है, भले ही वह सास-ससुर की संपत्ति हो। लेकिन यह अधिकार केवल निवास तक सीमित होता है, मालिकाना हक इसमें शामिल नहीं होता।

कानूनी रास्ते और समाधान

यदि बहू को ससुराल में संपत्ति को लेकर परेशानी हो रही है, तो वह कोर्ट में घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत याचिका दाखिल कर सकती है। वहीं, संपत्ति विवाद के मामलों में उत्तराधिकार कानून (Hindu Succession Act 1956) का पालन किया जाता है।

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Andrea Mathews
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