
हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई है, जिससे अब यह दर घटकर 6% हो गई है। इसका सीधा असर आम लोगों की EMI पर पड़ रहा है, खासकर Home Loan और Car Loan लेने वालों के लिए यह एक बड़ी राहत है। रेपो रेट में यह गिरावट बैंकों को अपनी ब्याज दरें कम करने की छूट देती है, जिससे ग्राहकों को सस्ते ऋण मिलते हैं।
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सरकारी बैंकों ने घटाईं ब्याज दरें
RBI की इस घोषणा के बाद चार प्रमुख सरकारी बैंकों ने अपने Home Loan और Car Loan की ब्याज दरों में कटौती की है। इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक शामिल हैं। इन बैंकों ने अलग-अलग श्रेणियों के ग्राहकों के लिए नई ब्याज दरें लागू की हैं, जिनका लाभ नई और मौजूदा दोनों तरह की लोन योजनाओं पर मिलेगा।
नई ब्याज दरें और संभावित बचत
ब्याज दरों में यह गिरावट सीधे तौर पर आपके मासिक किस्तों (EMI) को कम कर सकती है। उदाहरण के लिए, यदि पहले किसी ग्राहक का ₹30 लाख का होम लोन 9% ब्याज दर पर था, तो नई दर 8.50% होने पर उसकी EMI में हर महीने ₹800 से ₹1000 तक की कमी हो सकती है। कार लोन पर भी यह प्रभाव देखने को मिलेगा, खासकर उन ग्राहकों के लिए जो 7 वर्ष तक का लंबा टेन्योर चुनते हैं।
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ब्याज दर में कटौती का व्यापक असर
यह फैसला केवल लोन लेने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे Housing Sector और Auto Market के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। Home Loan की दरें कम होने से Housing Demand में बढ़ोतरी होगी, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिलेगी। वहीं, Car Loan सस्ता होने से वाहनों की बिक्री में बढ़त संभव है, जिससे ऑटो सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी।
किन्हें मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा
कम ब्याज दरों का लाभ सबसे ज्यादा उन ग्राहकों को मिलेगा जिनका Credit Score अच्छा है और जो लंबी अवधि के लिए लोन लेते हैं। साथ ही, महिलाओं और सरकारी कर्मचारियों के लिए कई बैंक अतिरिक्त रियायतें भी दे रहे हैं, जिससे उनकी EMI और भी कम हो सकती है।
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