
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार अगले 8 से 10 दिनों में देशभर में एक नया टोल सिस्टम (Toll System) लागू करने जा रही है। यह फैसला लोगों के लिए राहत लेकर आएगा, क्योंकि इससे न केवल टोल शुल्क में कमी आएगी, बल्कि यात्रा भी अधिक तेज और सुविधाजनक हो जाएगी।
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टोल नीति में बड़ा बदलाव तय
गडकरी ने बताया कि वर्तमान टोल नीति साल 2008 में लागू की गई थी, जिसके अनुसार एक ही दिशा में 60 किलोमीटर के अंदर दो टोल प्लाजा नहीं लगाए जा सकते। अब इस नीति में बड़े बदलाव की तैयारी है ताकि हाईवे (Highway) यात्रा में रुकावटें कम हों और यात्रियों को समय और पैसा दोनों की बचत हो।
स्मार्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ेगा
नई प्रणाली में टोल वसूली के लिए GPS आधारित टोलिंग जैसे उन्नत तकनीकी विकल्पों को अपनाने की योजना है। इसके जरिए गाड़ियों से दूरी के आधार पर शुल्क वसूला जाएगा, जिससे लोगों को बेवजह अधिक शुल्क नहीं देना पड़ेगा। सरकार का उद्देश्य डिजिटल इंडिया (Digital India) के तहत टोल कलेक्शन को और अधिक पारदर्शी और आसान बनाना है।
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यात्रियों को मिलेगा सीधा लाभ
नए टोल सिस्टम से आम यात्रियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। हाईवे पर चलने में लगने वाला समय घटेगा और लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही, सरकार टोल दरों में भी कटौती पर विचार कर रही है, जिससे यात्रा खर्च में कमी आएगी। यह कदम देश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट (Infrastructure Development) को भी गति देगा।
पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर
नई टोल प्रणाली से जहां ईंधन की बचत होगी, वहीं पर्यावरण पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कम समय में सफर पूरा होने से वाहनों के इंजन कम चलेगा और कार्बन एमिशन (Carbon Emission) में कमी आएगी। सरकार इस दिशा में रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) आधारित समाधानों को भी बढ़ावा दे रही है।
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