
राशन कार्ड एक ऐसा सरकारी दस्तावेज़ है, जिसके जरिए करोड़ों लोगों को Public Distribution System (PDS) के तहत सब्सिडी वाला अनाज मिलता है। लेकिन अगर आपका राशन कार्ड रद्द हो गया तो आप इस लाभ से वंचित हो सकते हैं। आजकल ई-वेरिफिकेशन, आधार लिंकिंग और पात्रता की शर्तों को लेकर सरकार की सख्ती बढ़ गई है। ऐसे में ज़रा सी चूक भी आपके राशन कार्ड को अमान्य बना सकती है।
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आधार से राशन को लिंक न करना पड़ सकता है भारी
सरकार ने राशन कार्ड को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। यदि किसी कार्डधारक ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो उसका कार्ड रद्द किया जा सकता है। दिल्ली जैसे राज्यों में 31 मार्च 2025 तक ई-वेरिफिकेशन की डेडलाइन तय की गई थी, जिसके तहत जिन लोगों ने आधार लिंक नहीं कराया, उनके कार्ड स्वतः ही निरस्त कर दिए गए हैं।
6 महीने तक राशन न लेने पर कार्ड होगा कैंसिल
यदि आप लगातार छह महीने तक अपने नजदीकी राशन डिपो से कोई भी राशन नहीं उठाते हैं, तो सिस्टम में यह दर्ज हो जाता है कि आप इस योजना के तहत अनाज नहीं ले रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपका राशन कार्ड इनएक्टिव हो सकता है और आगे चलकर रद्द भी किया जा सकता है।
गलत जानकारी से बनवाया राशन कार्ड होगा रद्द
राशन कार्ड बनवाने के लिए यदि आपने किसी भी प्रकार की झूठी जानकारी दी है, जैसे कि गलत आय प्रमाण पत्र, फर्जी निवास प्रमाण पत्र या पहचान पत्र, तो यह सरकार की नजर में धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है। ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत इन गड़बड़ियों की पहचान कर ली जाती है और आपका कार्ड तुरंत रद्द किया जा सकता है।
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आय और संपत्ति की वास्तविक जानकारी देना ज़रूरी
यदि आपकी आय सालाना ₹2 लाख से अधिक है या आपके पास 100 गज से अधिक का घर, चारपहिया वाहन, एसी, ट्रैक्टर जैसे साधन हैं, तो आप राशन कार्ड के लिए योग्य नहीं माने जाते हैं। कई बार लोग इन संपत्तियों को छिपाकर कार्ड बनवा लेते हैं, लेकिन जैसे ही यह जानकारी सामने आती है, कार्ड तुरंत कैंसिल कर दिया जाता है।
राशन कार्ड का दुरुपयोग आप पर कानूनी कार्रवाई
कई लोग अपने राशन कार्ड का उपयोग दूसरों को राशन दिलाने में करते हैं या इसे किराए पर देते हैं। सरकार की नजर में यह एक गंभीर अपराध है और यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता पकड़ा गया, तो न केवल उसका राशन कार्ड रद्द किया जाएगा, बल्कि उस पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
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