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पुरानी कार से भी होगी कमाई! स्क्रैप करा कर सीधे अकाउंट में आएंगे पैसे

भारत सरकार की नई व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी से अब पुरानी गाड़ी सिर्फ कबाड़ नहीं बल्कि कमाई का मौका बन गई है। स्क्रैप कराओ, पैसे पाओ और नई गाड़ी पर छूट भी उठाओ। जानिए कैसे काम करता है यह पूरा सिस्टम और आप इसमें क्या-क्या फायदे ले सकते हैं।

By Andrea Mathews
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पुरानी कार से भी होगी कमाई! स्क्रैप करा कर सीधे अकाउंट में आएंगे पैसे

पुरानी कार से कमाई करना अब सपना नहीं रहा। भारत सरकार की व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी-Vehicle Scrappage Policy के तहत अब 15 साल से अधिक पुरानी पेट्रोल और 10 साल से पुरानी डीज़ल गाड़ियों को स्क्रैप करा कर न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है, बल्कि वाहन मालिक सीधा वित्तीय लाभ भी उठा सकते हैं। इस स्कीम के तहत वाहन स्क्रैप करने पर एक सर्टिफिकेट मिलेगा, जिसके आधार पर नई गाड़ी खरीदते समय आपको भारी छूट भी मिल सकती है।

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गाड़ी स्क्रैप करने पर मिलेंगे सीधे पैसे

पुरानी गाड़ी को स्क्रैप कराने पर उसके वजन और उसमें इस्तेमाल धातु की कीमत के अनुसार वाहन मालिक को एक निश्चित राशि दी जाएगी। ये भुगतान सीधा आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा। सरकार के अधिकृत स्क्रैपिंग सेंटर से यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित होगी, ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके। साथ ही, वाहन स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट भविष्य में वाहन खरीदने पर कई फायदे दिलाएगा।

नई गाड़ी खरीदने पर मिलेंगी विशेष रियायतें

जो व्यक्ति अपनी पुरानी गाड़ी स्क्रैप कराता है, उसे नई गाड़ी की खरीद पर रोड टैक्स में रिबेट, रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट और निर्माता कंपनी से सीधे छूट मिलने का प्रावधान है। सरकार का मकसद है कि स्क्रैपिंग को सिर्फ नष्ट करने की प्रक्रिया न मानकर इसे प्रोत्साहन और लाभ से जोड़ा जाए, ताकि ज्यादा लोग इसमें भाग लें और पुराने, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क से हटाया जा सके।

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स्क्रैपिंग की प्रक्रिया होगी आसान और पारदर्शी

गाड़ी स्क्रैप कराने की प्रक्रिया अब पूरी तरह ऑनलाइन हो रही है। पहले वाहन को फिटनेस टेस्ट से गुजारा जाएगा और अगर वह फेल होता है तो स्क्रैपिंग की सिफारिश की जाएगी। उसके बाद किसी अधिकृत स्क्रैपिंग फैसिलिटी में जाकर वाहन को जमा करना होगा। स्क्रैपिंग के बाद वाहन मालिक को एक प्रमाणपत्र मिलेगा और वाहन की आरसी रद्द कर दी जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया में किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं होगी, जिससे ग्राहक का समय और पैसा दोनों बचेगा।

पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को होगा दोहरा लाभ

इस नीति से एक ओर जहां पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क से हटाया जाएगा, वहीं दूसरी ओर ऑटोमोबाइल सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी। स्क्रैपिंग से निकली धातुएं और पुर्जे रिसाइकल होकर देश में निर्माण लागत को घटाएंगे। यह पहल भारत के रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy और ग्रीन मोबिलिटी के लक्ष्यों को भी मजबूती देती है।

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Andrea Mathews
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