
राशन कार्डधारकों के लिए 30 अप्रैल 2025 तक एक महत्वपूर्ण तारीख है। अगर आपने अब तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो आपको सरकारी राशन, जिसमें चावल भी शामिल है, नहीं मिलेगा। सरकार ने यह कदम पारदर्शिता लाने और गलत लोगों को राशन का लाभ मिलने से रोकने के लिए उठाया है। ई-केवाईसी का मकसद फर्जी लाभार्थियों की पहचान करना और जरूरतमंदों तक राशन की सही तरीके से वितरण को सुनिश्चित करना है।
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ई-केवाईसी प्रक्रिया का महत्व
ई-केवाईसी (E-KYC) एक डिजिटल प्रक्रिया है, जो आपके राशन कार्ड की पहचान को आधार कार्ड से लिंक करती है। सरकार ने इसे अनिवार्य किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी राशन का वितरण केवल पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। इसके माध्यम से फर्जी या डुप्लीकेट राशन कार्ड को हटाया जा सकता है। 30 अप्रैल 2025 तक इसे पूरा करना जरूरी है, अन्यथा आपका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।
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राशन कार्ड रद्द होने के प्रभाव
अगर आपने 30 अप्रैल तक ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की, तो आपके राशन कार्ड को रद्द कर दिया जाएगा, और इसके बाद आपको चावल और अन्य राशन की वस्तुएं नहीं मिलेंगी। इससे सरकार का उद्देश्य यह है कि केवल सही और वास्तविक जरूरतमंद व्यक्तियों को ही सरकारी राशन मिल सके। फर्जी राशन कार्डधारकों को बाहर करना और संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करना इसका प्रमुख लक्ष्य है।
ई-केवाईसी प्रक्रिया कैसे करें
ई-केवाईसी प्रक्रिया करने के दो प्रमुख तरीके हैं: ऑनलाइन और ऑफलाइन। कई राज्य सरकारें ‘मेरा राशन’ ऐप और NFSA पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन ई-केवाईसी की सुविधा प्रदान कर रही हैं, जबकि कुछ जगहों पर आपको नजदीकी राशन दुकान पर जाकर आधार कार्ड के बायोमेट्रिक सत्यापन के द्वारा यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया बेहद सरल और समय के हिसाब से सुलभ है, जिससे आप बिना किसी परेशानी के अपना राशन कार्ड अपडेट कर सकते हैं।
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