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KVS या DPS? बच्चे का एडमिशन लेने से पहले जान लें ये बड़ा फर्क

KVS और DPS के बीच फैसला लेना आसान नहीं, लेकिन इस लेख में दिए गए फैक्ट्स और तुलना आपकी उलझन दूर कर सकते हैं। पढ़ें पूरी जानकारी – फीस से लेकर एडमिशन तक, सबकुछ विस्तार से।

By Andrea Mathews
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बच्चे के भविष्य की नींव रखने के लिए सही स्कूल का चयन बेहद जरूरी होता है। जब विकल्प KVS (Kendriya Vidyalaya Sangathan) और DPS (Delhi Public School) के बीच हो, तो अभिभावकों के मन में स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि कौन-सा स्कूल बेहतर है। दोनों ही संस्थान शिक्षा जगत में प्रतिष्ठित हैं, लेकिन इनकी स्थापना, उद्देश्य, फ़ीस, प्रवेश प्रक्रिया और शैक्षणिक वातावरण में कई अहम अंतर मौजूद हैं, जो स्कूल चुनते समय जरूर जानने चाहिए।

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स्थापना और उद्देश्य

KVS की स्थापना 1963 में भारत सरकार द्वारा की गई थी ताकि सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को एक समान गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जा सके, भले ही उनकी पोस्टिंग देश के किसी भी हिस्से में हो। वहीं DPS, DPS Society द्वारा संचालित एक निजी शैक्षणिक संस्थान है, जिसकी स्थापना 1949 में हुई थी और इसका उद्देश्य सभी सामाजिक वर्गों के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देना है।

पाठ्यक्रम और शैक्षणिक गुणवत्ता

KVS और DPS दोनों ही CBSE (Central Board of Secondary Education) से संबद्ध हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अग्रणी हैं। KVS को अक्सर एकरूपता और अनुशासन के लिए सराहा जाता है, जबकि DPS अपने समग्र विकास आधारित शिक्षा मॉडल और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए जाना जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, KVS के छात्र CBSE बोर्ड परीक्षाओं में औसत से बेहतर प्रदर्शन करते हैं, जबकि DPS विद्यार्थियों का परिणाम और भी शानदार होता है।

प्रवेश प्रक्रिया

KVS में एडमिशन पूरी तरह से प्राथमिकता सूची पर आधारित होता है। पहले नंबर पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चे, फिर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उसके बाद राज्य सरकार से जुड़े बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है। कक्षा 1 में दाख़िले के लिए बच्चे की उम्र 6 साल (31 मार्च तक) होनी चाहिए।

इसके उलट, DPS में एडमिशन एक निजी प्रक्रिया के तहत होता है, जिसमें ऑनलाइन आवेदन, लिखित परीक्षा और इंटरव्यू शामिल होते हैं। कुछ शाखाओं में मेरिट और उपलब्ध सीटों के आधार पर चयन होता है।

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शुल्क संरचना

KVS पूरी तरह से सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल है, इसलिए यहाँ फीस काफी कम होती है, जो इसे सभी आर्थिक वर्गों के लिए सुलभ बनाता है। इसके विपरीत, DPS एक निजी संस्थान है और इसकी फीस संरचना अपेक्षाकृत अधिक होती है। इसमें ट्यूशन फीस के साथ-साथ वार्षिक शुल्क और अन्य विविध शुल्क भी शामिल होते हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं

KVS स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं और पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होता है, लेकिन DPS का इन्फ्रास्ट्रक्चर आमतौर पर आधुनिक और अत्याधुनिक माना जाता है। DPS में स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, स्विमिंग पूल, लाइब्रेरी, और विविध एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों के लिए विशेष सुविधाएं मौजूद होती हैं।

छात्र प्रोफाइल और वातावरण

KVS में छात्रों की पृष्ठभूमि मुख्यतः सरकारी कर्मचारियों से जुड़ी होती है, जिससे एकरूपता बनी रहती है। वहीं DPS में छात्रों की पृष्ठभूमि अधिक विविध होती है, जो उन्हें सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से समृद्ध बनाती है। यह विविधता बच्चों को व्यापक सामाजिक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करती है।

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Andrea Mathews
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